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अभिषेक राय, तेघड़ा। आशा कार्यकर्ताओं को सरकारी सेवक घोषित करने, योग्यता धारी आशा के नर्सिंग ट्रेनिंग के लिये नर्सिंग स्कूलों में 50 प्रतिशत सीट आरक्षित करने, आन्दोलनों के क्रम में दमन ग्रस्त/ चयन मुक्त आशाओं को सेवा में वापस लेने एवं पूर्व में समझौता के मानदेय निर्धारण सहित अन्य विन्दुओं को लागू करने सहित 12 सूत्री माँगों को लेकर बुधवार को प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र तेघड़ा के प्रांगण में सैकड़ों आशा कार्यकर्ता एक दिवसीय भूख हड़ताल पर बैठी. भूख हड़ताल आंदोलन की अध्यक्षता शबनम मधुकर ने की.
इस अवसर पर सभा को सम्बोधित करते हुये कुमारी मीनू ने सरकार की गलत नीतियों की आलोचना करते हुये कहा कि आशा कर्मियों से कठिन काम लिया जाता है किन्तु बदले में उचित मानदेय नहीं दिया जाता है जो सरासर अन्याय है. आशा कार्यकर्ताओं ने कहा कि जब तक उनकी सभी माँगों को सरकार पूरा नहीं करेगी तब तक आन्दोलन जारी रहेगा.
सभा को सीपीएम नेता रामचन्द्र गुप्त, सीपीआई नेता प्रदीप राय, छात्र नेता मो0 हसमत, नौजवान संघ के नेता प्रदीप कुमार चिंटू, एटक नेता जुलुम सिंह, जन जागरण अभियान मंच के संयोजक अधिवक्ता शशिभूषण भारद्वाज, रविन्द्र कुमार आदि ने भी सम्बोधित किया एवं आन्दोलन को अपने संगठन की ओर से समर्थन व्यक्त किया. मौके पर अंजना कुमारी, पूनम कुमारी, स्वीटी कुमारी, बबीता कुमारी आदि मौजूद थे.