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रिपोर्ट: सुनील सम्राट, बनमनखी।
अनुमंडल क्षेत्र में लगभग डेढ़ दर्जन बैंकों की सुरक्षा राम भरोसे हैं। एसबीआई एवं सीबीआई की शाखा बनमनखी को छोड़कर बाकी अन्य बैंकों का अपना कोई गार्ड इनमें तैनात नहीं है। वहीं सुरक्षा के लिए लगाए गए स्थानीय थाना के पुलिस कब आते हैं और कब चले जाते हैं। कुछ पता ही नहीं चलता।
बैंक का स्टाफ भी उनके आने की जानकारी भी तभी कर पाता है जब वह हाजिरी लगाने के लिए बैंक पहुंचते हैं। ऐसे में बैंक आने वाले उपभोक्ता और कर्मी दोनों ही खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं।
बनमनखी मुख्यालय में एसबीआई, सीबीआई, बीओआई, पीएनबी, केनरा बैंक, बैंक ऑफ बड़ौदा, यूनाइटेड बैंक ऑफ इंडिया, उत्तर बिहार ग्रामीण बैंक, काॅपरेटीव बैंक सहीत डेढ़ दर्जन से अधिक एटीएम व ग्राहक सेवा केन्द्र चल रहा है।जहां ग्राहकों की खासी भीड़ रहती है। इसके अलावा जानकीनगर एवं सरसी थाना क्षेत्र में भी आधा दर्जन बैंक चल रहा है जिसकी सुरक्षा व्यवस्था राम भरोसे है।
इन बैंक में कोई सुरक्षा कर्मी तैनात नहीं है। इसके विकल्प के रूप में संबंधित थानों की पुलिस टीम को पिकेट के लिए लगाया जाता है। लेकिन पिकेट जवान बैंकों में केवल अपनी हाजिरी लगाने के लिए ही पहुंचते हैं। बताते हैं कि गार्ड बैंक में पहुंचने के बाद अपनी हाजिरी लगा कर वहां इधर उधर घूमने के बाद चलते बनते हैं। इसके बाद अगर कोई घटना दुर्घटना हो जाए तो राम से ही काम है।
फोटो – बनमनखी स्टेट बैंक ऑफ इंडिया के अंदर और बाहर की तस्वीर