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वैशाली। इंटर परीक्षा के बारकोडेड उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन कार्य में योगदान नहीं करने वाले परीक्षकों एवं एमपीपी शिक्षकों के विरुद्ध कार्रवाई की जाएगी। डीईओ ने इस संबंध में सभी मूल्यांकन केंद्र निदेशकों को पत्र भेजकर 24 घंटे के अंदर ऐसे शिक्षकों की सूची उपलब्ध कराने को कहा है जो सम्मिलित नहीं हुए हैं । डीईओ समर बहादुर सिंह ने कहा है कि मूल्यांकन कार्य में योगदान नहीं करने वाले शिक्षकों के विरुद्ध बिहार परीक्षा संचालन अधिनियम के तहत कार्रवाई की जाएगी।
इसके लिए दो तरह के प्रपत्र जारी करते हुए केंद्राधीक्षकों से विहित प्रपत्र में सूचनाएं मांगी गई है।मालूम हो कि जिला मुख्यालय में निर्धारित पांच केंद्रों पर इंटर उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन कार्य 5 मार्च से शुरू हुआ है। सूत्रों के अनुसार अब तक चार दिनों के मूल्यांकन में करीब 75 हजार उत्तरपुस्तिकाओं की जांच हो चुकी है। इसमें सबसे अधिक करीब 25 हजार उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन राय वीरेंद्र सिंह महाविद्यालय कुतुबपुर कोठी में हुई है। केंद्राध्यक्ष पवन कुमार कुमार ने बताया कि सोमवार को मैट्रिक की रद्द सामाजिक विज्ञान की परीक्षा के कारण मूल्यांकन कार्य स्थगित रखा गया था। मंगलवार से पुन: जांच शुरू हुई है और अब तक मूल्यांकित सभी उत्तर पुस्तिकाओं के मार्क्स फाइल बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय मुजफ्फरपुर को उपलब्ध करा दिया गया है।
सूत्रों ने बताया कि जिला मुख्यालय में इंटर उत्तर पुस्तिका मूल्यांकन के लिए राय वीरेंद्र सिंह महाविद्यालय के अलावा चौरसिया राजकिशोर महाविद्यालय और सत्येंद्र नारायण सिंह महाविद्यालय सहित पांच मूल्यांकन केंद्र बनाए गए हैं। यहां पांच मार्च से शुरू मूल्यांकन कार्य 15 मार्च तक जारी रहने के कार्यक्रम निर्धारित है। बोर्ड ने इसके लिए अंगीभूत कॉलेजों के अलावा संबद्ध डिग्री महाविद्यालय, इंटर कॉलेज और उच्चतर माध्यमिक विद्यालयों के शिक्षकों को परीक्षक की नियुक्ति की गई है।