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हाजीपुर संसदीय क्षेत्र से जीतकर केंद्रीय मंत्री बने रामविलास पासवान का वैशाली जिले के अधिवक्ताओ के नाम भेजा गया नव वर्ष 2016 का ग्रीटिंग्स कार्ड अधिवक्ताओ तक हाजीपुर के डाक विभाग ने नहीं पहुंचाया। बल्कि एक बोरे में बंद कर सैकड़ो ग्रीटिंग कार्ड वकालत खाना में पहुँचा कर छोड़ दिया। यह ग्रीटिंग कार्ड 18 दिसंबर को दिल्ली से हाजीपुर डाक घर में पहुंचा था। जो अलग अलग अधिवक्ताओ के नाम से भेजा गया था।
जिसे डाकघर के पोस्टमैन ने भेजे गए नाम पर नहीं पहुंचाया बल्कि बोरे में बंद कर वकालत खाना में पंहुचा कर चलते बना। इस बात की भनक जब लोजपा कार्यकर्ताओ को लगी तो डाक विभाग पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कहा की सभी ग्रीटिंग्स कार्ड पर चार रुपये का डाक टिकट लगा हुआ है। डाक विभाग ने लिखे गए ब्यक्ति के नाम पर ग्रीटिंग कार्ड क्यों नहीं पहुँचाया?डाक विभाग ने एक साजिश के तहत लोजपा समर्थक अधिवक्ता के नाम का कार्ड उस तक नहीं पंहुचा कर लोजपा सुप्रीमो की लोकप्रियता को ठेस पहुँचाने का काम किया है।
वही हाजीपुर प्रधान डाकघर के पोस्ट मास्टर ललन राम ने पहले तो सकपकाये बाद में कहा की इस तरह की लापरवाही बरते जाने वाले पोस्ट मैन पर करवाई की जाएगी। डाक बिभाग के इस करतूत से लोगों में चर्चा का बिषय है की जो डाक बिभाग केंद्र सरकार का है तो जब केंद्रीय मंत्री के सामान को इस तरह फेक देता है तो आम लोगों के सामान का डाक बिभाग क्या करता होगा यह तो सोचनीय है ? हालाकि इस मामले के सामने आने के बाद हाजीपुर डाकघर कर्मियों में हड़कम्प सा मच गया है ।वही केंद्रीय मंत्री राम विलास पासवान ने इस मामले को संज्ञान में लेते हुए चिंता का बिषय बताते हुए कार्रवाई के बात बताई है।